Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Rahat Indori

Why most people are annoyed of Rahat Indori?

Why most people are annoyed of Rahat Indori? Who was Rahat Indori? The soul of poet gatherings, poetic events, and mushairas , Rahat Indori, this was a renowned name in the industry of Urdu Gazals and sayaries, Dr. Rahat Indori won the heart of millions with their lovely and heart touching Gazals and sher over 40 years. Dr Indori was the man who spends more than 50 years of their life in the service of Urdu Poetry and Mushairas across the globe. He entertained and taught the values and understanding of life with the legacy of his poems.  So, before making any arguments why most people are annoyed with Rahat Indori, it is better to know about his background and what kind of life he spent, and what were the challenges in life, and after knowing these things, we will move through the political beliefs and controversies of Rahat Indori. Early Life: Dr Rahat Indori was born on 1st January 1950 in a town named Ranipura in Indore. Rahat Indori was the fourth child of his mother , Maqbool...

Is Kadar Pyar Ki Baarish Ho-Full Gazal By Rahat Indori

इस कदर प्यार की  बारिश हो कि  जल-थल हो जाऊ:- इस कदर प्यार की बारिश हो कि जल-थल हो जाऊ तुम घटा बनके चली आओ मै बदल हो जाऊं घर में बैठा हूँ, चमकते हुए सोने की तरह मैं जो सर्राफे में आ जाऊ तो पीतल हो जाऊँ ढूंढ़ते-ढूंढ़ते एक उम्र गुज़ारी जिसको वो अगर सामने आ जाये तो पागल हो जाऊ मुन्तज़िर चाक पे है मेरी अधूरी मिट्टी तुम जरा हाथ लगा दो तो मुकम्मल हो जाऊ मेरे सन्नाटो ने आबाद रखा मुझको मैं तेरे शहर में आ जाऊँ तो जंगल हो जाऊं - राहत इंदौरी  Links You May Like: Two Line Sayari:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Two%20line%20Sayari More From Rahat Indori:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Rahat%20Indori Mirza Gaalib:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Mirza%20Galib

जो बात मुनासिब है वो हासिल नहीं करते - Rahat Indori Sayari (Sayari)

जो बात मुनासिब है वो हासिल नहीं करते, जो अपनी गिरह में हैं वो खो भी रहे हैं, बे-इल्म भी हम लोग हैं ग़फ़लत भी है तेरी, अफ़सोस कि अंधे भी हैं और सो भी रहे हैं। -राहत इन्दोरी  More Links: Two Line Sayari: https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Two%20line%20Sayari Gazal: https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Gazals Sayari: https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/sayari

Sula Chuki Thi Duniya - Rahat Indori (Gazal)

सुला चुकी थी ये दुनिया थपक थपक के मुझे जगा दिया तेरी पाज़ेब ने खनक के मुझे कोई बताये के मैं इसका क्या इलाज करूँ परेशां करता है ये दिल धड़क धड़क के मुझे ताल्लुकात में कैसे दरार पड़ती है दिखा दिया किसी कमज़र्फ ने छलक के मुझे हमें खुद अपने सितारे तलाशने होंगे ये एक जुगनू ने समझा दिया चमक के मुझे बहुत सी नज़रें हमारी तरफ हैं महफ़िल में इशारा कर दिया उसने ज़रा सरक के मुझे मैं देर रात गए जब भी घर पहुँचता हूँ वो देखती है बहुत छान के फटक के मुझे -राहत इंदौरी   Two Line Sayari : https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Two%20line%20Sayari Heart Broken Sayari : https://themotivationaladda.blogspot.com/2019/12/broken-heart-shayari.html Rahat Indori : https://themotivationaladda.blogspot.com/2019/12/rahat-indori-sayari.html Rahat Indori Gazals:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search?q=rahat+indori+gazals Gazals : https://themotivationaladda.blogspot.com/search...

Ishq me jeet aane ke liye kaafi hu -Rahat Indori (Full Gazal)

इश्क़ में जीत के आने के लिये काफी हूँ:- 🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻 इश्क़ में जीत के आने के लिये काफी हूँ मैं अकेला ही ज़माने के लिये काफी हूँ हर हकीकत को मेरी ख्वाब समझने वाले मैं तेरी नींद उड़ाने के लिये काफी हूँ ये अलग बात के अब सुख चुका हूँ फिर भी धूप की प्यास बुझाने के लिये काफी हूँ बस किसी तरह मेरी नींद का ये जाल कटे जाग जाऊँ तो जगाने के लिये काफी हूँ जाने किस भूल भुलैय्या में हूँ खुद भी लेकिन मैं तुझे राह पे लाने के लिये काफी हूँ डर यही है के मुझे नींद ना आ जाये कहीं मैं तेरे ख्वाब सजाने के लिये काफी हूँ ज़िंदगी…. ढूंडती फिरती है सहारा किसका ? मैं तेरा बोझ उठाने के लिये काफी हूँ मेरे दामन में हैं सौ चाक मगर ए दुनिया मैं तेरे एब छुपाने के लिये काफी हूँ एक अखबार हूँ औकात ही क्या मेरी मगर शहर में आग लगाने के लिये काफी हूँ मेरे बच्चो…. मुझे दिल खोल के तुम खर्च करो मैं अकेला ही कमाने के लिये काफी हूँ..                                     - राहत इंदौरी  ...

Rahat Indori Sayari

इस शहर की भीड़ में चेहरे सारे अजनबी, रहनुमा है हर कोई, पर रास्ता कोई नहीं, अपनी-अपनी किस्मतों के सभी मारे यहाँ, एक-दूजे से किसी का वास्ता कोई नहीं। For More Poetry visit : https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Hindi%20Poetry

Apne Hone Ka Ham Is Tarah Pata Dete The - Rahat Indori

अपने होने का हम इस तरह पता देते थे खाक मुट्ठी में उठाते थे, उड़ा देते थे बेसमर जान के हम काट चुके हैं जिनको याद आते हैं के बेचारे हवा देते थे उसकी महफ़िल में वही सच था वो जो कुछ भी कहे हम भी गूंगों की तरह हाथ उठा देते थे अब मेरे हाल पे शर्मिंदा हुये हैं वो बुजुर्ग जो मुझे फूलने-फलने की दुआ देते थे अब से पहले के जो क़ातिल थे बहुत अच्छे थे कत्ल से पहले वो पानी तो पिला देते थे वो हमें कोसता रहता था जमाने भर में और हम अपना कोई शेर सुना देते थे घर की तामीर में हम बरसों रहे हैं पागल रोज दीवार उठाते थे, गिरा देते थे हम भी अब झूठ की पेशानी को बोसा देंगे तुम भी सच बोलने वालों के सज़ा देते थे...                                         - राहत इंदौरी  For More GAZALS visit : https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Gazals

Rahat Indori Shayari

चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं, इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं,​ महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश​, जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है। - राहत इंदौरी More rahat indori poetries ⏩⏩  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Rahat%20Indori

Dilo me Aag Labon Pe Gulab Rakhte Hain-Rahat Indori

दिलों में आग लबों पर गुलाब रखते हैं :- दिलों में आग लबों पर गुलाब रखते हैं सब अपने चेहरों पे दोहरी नका़ब रखते हैं हमें चराग समझ कर बुझा न पाओगे हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं बहुत से लोग कि जो हर्फ़-आश्ना भी नहीं इसी में खुश हैं कि तेरी किताब रखते हैं ये मैकदा है, वो मस्जिद है, वो है बुत-खाना कहीं भी जाओ फ़रिश्ते हिसाब रखते हैं हमारे शहर के मंजर न देख पायेंगे यहाँ के लोग तो आँखों में ख्वाब रखते हैं... -राहत इंदौरी More Links: Mirza Galib:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Mirza%20Galib Emam Baksh Nakshish:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Emam%20Baksh%20Nashikh

Juban To khol,Nazar to mila,Jawab to de

जुबा तो खोल, नज़र तो मिला,जवाब तो दे में कितनी बार लुटा हु, मुझे हिसाब तो दे तेरे बदन की लिखावट में हैं उतार चढाव में तुझको कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे  तेरा सवाल है साकी ,ये जिंदगी क्या है  जवाब देता हु पहले शराब तो दे..     -राहत इंदौरी More Links: Sayari https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/sayari Two Line Sayari: https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Two%20line%20Sayari Gazals: https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Gazals Post: https://themotivationaladda.blogspot.com/2020/06/24-.html

Ye Zindagi Sawaal Thi Jawab Mangne Lage - Rahat Indori

ये ज़िन्दगी सवाल थी जवाब माँगने लगे फरिश्ते आ के ख़्वाब मेँ हिसाब माँगने लगे इधर किया करम किसी पे और इधर जता दिया नमाज़ पढ़के आए और शराब माँगने लगे सुख़नवरों ने ख़ुद बना दिया सुख़न को एक मज़ाक ज़रा-सी दाद क्या मिली ख़िताब माँगने लगे दिखाई जाने क्या दिया है जुगनुओं को ख़्वाब मेँ खुली है जबसे आँख आफताब माँगने लगे                              - राहत इंदौरी  

Peshaniyo pe likhe muqqadar na mile- Rahat Indori

पेशानियों पे लिखे मुक़द्दर नहीं मिले| दस्तार कहाँ मिलेंगे जहाँ सर नहीं मिले| आवारगी को डूबते सूरज से रब्त है, मग़्रिब के बाद हम भी तो घर पर नहीं मिले| कल आईनों का जश्न हुआ था तमाम रात, अन्धे तमाशबीनों को पत्थर नहीं मिले| मैं चाहता था ख़ुद से मुलाक़ात हो मगर, आईने मेरे क़द के बराबर नहीं मिले| परदेस जा रहे हो तो सब देखते चलो, मुमकिन है वापस आओ तो ये घर नहीं मिले|                                   - राहत इंदौरी 

अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो जान थोड़ी है-राहत इंदौरी

अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो जान थोड़ी है :- अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो जान थोड़ी है ये सब धुआँ है कोई आसमान थोड़ी है लगेगी आग तो आएँगे घर कई ज़द में यहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है हमारे मुँह से जो निकले वही सदाक़त है हमारे मुँह में तुम्हारी ज़ुबान थोड़ी है मैं जानता हूँ के दुश्मन भी कम नहीं लेकिन हमारी तरहा हथेली पे जान थोड़ी है जो आज साहिबे मसनद हैं कल नहीं होंगे किराएदार हैं ज़ाती मकान थोड़ी है सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है. - राहत इंदौरी   More Links: Quotes:  https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Quotes Two Line Sayari: https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Two%20line%20Sayari